इस आर्टिकल के माध्यम से बात करने वाले हैं कि भगत सिंह के बारे में 20 लाइन कैसे लिखें। इसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करने वाले हैं। बहुत लोगों को नहीं पता होता है कि भगत सिंह के बारे में कैसे लिखें। अगर आपको भी नहीं पता है। तो नीचे दिए गए इस आर्टिकल में भगत सिंह के बारे में लिखा गया आप वहा से पढ़ सकते हैं।
भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को पंजाब के बंगा में एक सिख परिवार में हुआ था। भगत सिंह के पिता का नाम किशन सिंह था और माता का नाम विद्यावती था। भगत सिंह के परिवार के कुछ लोग महाराजा रणजीत सिंह की सेना में सेवा की जबकि अन्य भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख सदस्य थे।
भगत सिंह जिन्हें शहीद भगत सिंह के नाम से भी जाना जाता है एक स्वतंत्रता सेनानी थे। भगत सिंह अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई में सुधार लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी भगत सिंह को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारी में से एक कहा जाता है। भगत सिंह अपने लक्ष्यो तक पहुंचने के लिए समर्पित थे।
भगत सिंह के बारे में 20 लाइन।
- भगत सिंह अपने भारत देश के एक महान स्वतंत्र सैनिक थे।
- भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 ईस्वी में भारत देश के पंजाब राज्य में हुआ था।
- भगत सिंह का जन्म एक संधू जाट परिवार में हुआ था।
- भगत सिंह के पिता का नाम किशन सिंह था और माता का नाम विद्यावती था।
- भगत सिंह का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था जहां सरदार किशन सिंह और चाचा सरदार अजीत सिंह यह दोनों लोग स्वतंत्र सैनिक थे।
- भगत सिंह अपने भारत देश को अंग्रेजों के गुलामी से मुक्त करने के लिए भगत सिंह एक स्वतंत्र सैनिक बनकर जीवनभर लड़ते रहे।
- भगत सिंह एक बुद्धिमान व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी छोटी सी उम्र में ही वह अपने भारत देश को आजादी के लिए स्वतंत्रता के संघर्ष में शामिल हो गए।
- भगत सिंह अपने बचपन में ही भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में जाना और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने का फैसला लिया।
- भगत सिंह 1923 में लाहौर में नेशनल कॉलेज में प्रवेश लिया।
- भगत सिंह अपने कॉलेज में क्रांतिकारी और गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया।
- भगत सिंह1928 में जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने के लिए सांडर्स की हत्या की।
- भगत सिंह और उनके साथियों ने 1929 में केंद्रीय विधानसभा में बम फेंक।
- भगत सिंह के इस बम का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार का ध्यान आकर्षित करना था।
- भगत सिंह और उनके साथियों को गिरफ्तार कर दिया गया और उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई।
- भगत सिंह और उनके साथियों को 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में फांसी दी गई।
- भगत सिंह का बलिदान भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- भगत सिंह कई भाषाओं को पढ़ने के साथ साथ और लिखने में भी माहिर थे।
- भगत सिंह जिन भाषाओं में महारत हासिल की उनमें से कुछ अंग्रेजी,हिंदी,पंजाबी,उर्दू और गुरुमुखी थी।
- भगत सिंह ने अपने बहुत ही कम उम्र पर यह उपलब्धि हासिल की।
- भगत सिंह का नारा था मेरे खून एक-एक कतरा इंकलाब लाएगा।
अंतिम शब्द
अब हम यह उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल के माध्यम से दी गई जानकारी आपको समझ में आया होगा। इस आर्टिकल में भगत सिंह के बारे में 20 लाइन लिखी गई है। बहुत से लोग भगत सिंह जी के बारे में नहीं लिख पाते हैं। अगर आपको भी निबंद के बारे में आईडिया नहीं है। इस आर्टिकल के माध्यम से बताया गया है। की भगत सिंह के बारे 20 लाइन कैसे लिखें।
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