बाइक अधिकांश लोगो के द्वारा लोन पर यानि फाइनेंस करवा कर लिया जाता है। फाइनेंस के लिए कई फाइनेंस कम्पनिया और बैंक आसानी से बाइक को फाइनेंस कर देते है। लेकिन बाइक लोन न चुकाने पर क्या होता है? यह कई लोगो के मन प्रश्न होगा। क्या जीरो डाउन पेमेंट पर बाइक लोन ले सकते है। और दो पहिया वाहन पर लोन कैसे ले, सभी प्रश्नो के उत्तर लेख में देने वाले है।
कई लोगो के द्वारा दो पहिया वाहन पर लोन लिया जाता है। यानि शोरूम से बाइक को फाइनेंस करवाया जाता है। वही कुछ लोग नगद कॅश देकर बाइक खरीद लेते है। लेकिन लोन पर लेने वाली बाइक की महीने के हिसाब किस्ते बाँधी जाती है। यानि लोन पर ली गयी बाइक की किस्तों के रूप रीपेमेंट करना होता है।
वैसे अब किसी भी बाइक के ओनर के द्वारा शोरूम से बाइक फाइनेंस करवाया जा सकता है। क्योकि शोरूम से कई फाइनेंस कम्पनिया जुडी होती है। वह आसानी से बाइक फाइनेंस कर देती है। लेकिन बाइक की कीमत के साथ ब्याज भी फाइनेंस कम्पनीय को चुकाना पड़ता है। जो हर क़िस्त में जुड़ा होता है।
कई फाइनेंस कम्पनियो के द्वारा जीरो डाउन पेमेंट पर बाइक लोन पर मिल जाती है। लेकिन बाइक मालिक को माहवारी किस्तों के जरिये बाइक की कीमत के साथ ब्याज चुकाना पड़ता है। लेकिन कई लोग बाइक की किस्त या लोन को नहीं चूका पाते है।
बाइक लोन न चुकाने पर क्या होता है?
बाइक लोन देने से पहले फाइनेंस संस्थानों के द्वारा बाइक के लीगल कागजातों को अपने पास रखते है। उसके अलावा बाइक की एक चाभी भी जमा करके रखते है। बाइक ओनर के द्वारा तीन या चार किस्तों को न भर पाने पर फाइनेंस कम्पनीया लीगल एक्शन ले सकती है। जोकि उनके पास उसका अधिकार होता है।
दो पहिया वाहन हो या चार पहिया वाहन हो या कोई बड़ा वाहन हो। इन वाहनों पर लोन लेने से पहले आपको बैंक और फाइनेंस कम्पनियो के नियम समझ लेना चाहिए। ताकि ऋण चुकाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े। फिर भी वाहन की 3 – 4 किस्तों को बाउंस करने या समय पर न जमा करने पर लीगल एक्शन के साथ वाहन भी जब्त किया जा सकता है।
वाहन फाइनेंस करवाने के लिए वाहन के लीगल डॉक्यूमेंट और ओनर के पर्सनल डॉक्यूमेंट ऋण देने वाली संस्थानों के द्वारा जमा करवाया जाता है। इसके साथ वाहन की एक चाभी भी संस्थानों के द्वारा जमा करवाया जाता है। जिससे रीपेमेंट न करने पर वाहन को जब्त किया जा सकता है। वाहन को संस्थाने जब्त करके नीलाम भी कर सकती है।
ऋण देने वाली संस्था ऋण राशि को रिकवर करने के लिए वाहन को जब्त करके नीलामी कर सकती है। लेकिन उससे पहले वाहन मालिक को इसकी नोटिस दी जाएगी। नीलामी में मिले पैसो को संस्थाने अपना ऋण राशि कवर करने के बाद जो पैसा बचता है उसे उधारकर्ता यानि वाहन मालिक को वापस कर देती है।
इसके अलावा ऋण देने वाली संस्थाए कानूनी कार्यवाई भी कर सकती है। जिसके लिए उधारकर्ता को कोर्ट और पुलिस चौकी के भी चक्कर लगाने पड़ सकते है। साथ ही उधारकर्ता की सिविल स्कोर ख़राब होती है प्रोफाइल और लेनदेन भी ख़राब हो जाता है। जिससे आगे ऋण लेने में कठिनाई आती है।
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जीरो डाउन पेमेंट पर बाइक लोन
कई फाइनेंस कम्पनिया बाइक को जीरो डाउन पेमेंट पर फाइनेंस कर देती है। आवेदनकर्ता को कुछ ही चार्जेज देने होते है। फिर वह बाइक फाइनेंस करवाकर अपने घर ले जा सकते है। उसके बाद बाइक की कीमत का रीपेमेंट किस्तों में करना होता है। इसे जीरो डाउन पेमेंट पर बाइक लोन कह सकते है।
कई बैंको और फाइनेंस कम्पनियो के द्वारा डाउन पेमेंट न करने पर भी बाइक किस्तों पर दे दी जाती है। लेकिन मैं आपको बता दूँ सभी व्यक्ति को जीरो डाउन पेमेंट पर वाहन नहीं मिलता है। जिसका प्रोफाइल, बैंक से लेनदेन, और क्रेडिट स्कोर अच्छा है। उसी को जीरो डाउन पेमेंट पर वाहन मिलता है।
जीरो डाउन पेमेंट पर बाइक के अलावा दूसरे वाहन भी मिल जाते है। लेकिन इसके लिए आवेदनकर्ता का बैंक से लेनदेन अच्छा होने के साथ सिविल स्कोर भी अच्छा होना चाहिए। जिसे देखकर फाइनेंस कम्पनिया और बैंक जीरो डाउन पेमेंट पर वाहन लोन दे देती है।
दो पहिया वाहन पर लोन कैसे ले सकते है?
दो पहिया वाहन पर लोन लेना काफी सिम्पल है। किसी भी ऋण देने वाले संस्थान से बाइक लोन ले सकते है। आप बैंक और प्राइवेट ऋण देने वाली संस्थानो से दो पहिया पर ऋण ले सकते है। इसके अलावा जिस शोरूम से आप बाइक ले रहे है। वहा मौजूद फाइनेंस कम्पनी या शोरूम से जुडी फाइनेंस कम्पनी से बाइक फाइनेंस करवा सकते है।
दो पहिया वाहन अधिकतर ऋण देने वाली संस्थाने फाइनेंस कर देती है। जिसके लिए बहुत ज्यादा कागजी काम भी नहीं करने पड़ते है। लेकिन लीगल डॉक्यूमेंट के साथ ओनर के निजी डॉक्यूमेंट भी फाइनेंस कम्पनियो के द्वारा जमा करवाए जाते है। जिसके जरिये लोन न चुकाने पर लीगल कार्यवाई या वाहन जब्त करते है।
बाइक लोन लेने के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट देना पड़ता है?
कोई भी बाइक लोन पर लेने के लिए कई ज़रूरी दस्तावेज की आवश्यकता होती है। वाहन लोन के अलावा किसी भी प्रकार का लोन लेने के लिए कई दस्तावेज की मांग की जाती है। उसी प्रकार से बाइक लोन लेने के लिए भी फाइनेंस कम्पनिया या बैंक के द्वारा कुछ दस्तावेज मागे जाते है। जो आवेदनकर्ता को देने पड़ते है।
- पहचान प्रमाण :- आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि।
- पता प्रमाण :- बिजली बिल, गैस बिल, रेंटल एग्रीमेंट, टेलीफोन बिल, राशन कार्ड, आदि।
- आय प्रमाण :- नौकरी पेशा कर्मचारी के लिए 6 महीने की सैलरी स्लिप और व्यवसायिक के लिए 1 वर्ष का बैंक स्टेटमेंट होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता का पासपोर्ट साइज फोटो
बाइक लोन न चुका पाने पर क्या होगा?
बाइक लोन हो या किसी अन्य प्रकार का लोन न चुकाने पाने पर आपको कई परेशानिया का सामना करना पड़ सकता है। जेल तक भी जाना पड़ सकता है यहा तक भी नौबत आ सकती है। इसलिए किसी भी प्रकार का लोन लेने से पहले उसके रीपेमेंट पर भी विचार करे। ताकि आसानी से आप रीपेमेंट कर पाए।
आशा है लेख में दी गयी इनफार्मेशन बाइक लोन न चुकाने पर क्या होता है? इससे सम्बंधित आप सभी जानकारी से रूबरू हुए होंगे और आपके द्वारा खोजे जा रहे प्रश्नो के उत्तर मिल गए होंगे। इसके अलावा वाहन लोन से जुडी कई जानकारी इस ब्लॉग पर पहले से पब्लिश की जा चुकी है। अधिक जानकारी के लिए ब्लॉग पर पब्लिश दूसरे लेख पढ़े।
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