शहर में निवास करने वाले व्यक्ति हो या ग्रामीण में निवास करने वाले व्यक्ति हो। उन्हें नए घर को बनाने या घर का रेनोवेशन करनवाने के लिए बैंक से ऋण लिया जाता है। इस लेख में मैं यही बताऊंगा। कि ग्रामीण होम लोन कैसे मिलता है और ग्रामीण घर बनाने के लिए लोन कैसे लेते है. इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
घर बनवाने के लिए अधिकांश वेतन भोगी, स्व-रोजगार, व्यक्ति बैंक या ऋण देने वाले दूसरे प्राइवेट संस्थानों से ऋण लेते है। होम लोन लेकर व्यक्ति नए प्लाट पर घर बना सकता है। साथ ही पुराने घर का रेनोवेशन भी करवा सकता है। इसके अतिरिक्त घर में ज़रूरी कार्यो को होम लोन के जरिये पूरा कराया जा सकता है।
होम लोन अधिकतर व्यक्ति के द्वारा घर ख़रीदने, नया घर बनवाने, फ्लैट ख़रीदने, प्लाट खरीदने, घर का पुनः निर्माण करवाने, दुकान खरीदने, आदि के लिए लिया जाता है। होम लोन अधिकांश बैंको और एनबीएफसी संस्थानों के द्वारा ले सकते है।
ऋण राशि से व्यक्ति अपने घर को बना सकता है. फिर व्यक्ति के द्वारा किस्तों में ऋण राशि को वापस किया जा सकता है। लेकिन ऋण राशि के साथ आवेदक को ब्याज भी देना होगा। जो सभी बैंको और एनबीएफसी संस्थानों का अलग-अलग होता है। विभिन्न-विभिन्न रेट ऑफ़ इंटरेस्ट पर संस्थान ऋण मुहैया करवाते है।
ग्रामीण होम लोन कैसे मिलता है – Gramin Home Loan in hindi
ग्रामीण होम लोन बैंको और NBFCs के द्वारा लिया जा सकता है। चाहे वो व्यक्ति महानगर में रहता हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र में रहता हो। आसानी से अपने सपनो के घर बनाने के लिए ऋण ले सकता है। लेकिन ऋण लेने के लिए आवेदक से कई दस्तावेज की भी मांग की जाएगी। उसी के आधार पर आवेदक के ऋण को मंजूर किया जायेगा।
स्व-रोजगार हो या वेतन भोगी हो। वह अपने इनकम के अनुसार ऋण ले सकता है। होम लोन लेने में आवेदक के इनकम के अनुसार उसके ऋण राशि को मंजूर किया जाता है। वेतन भोगी के सैलरी के अनुसार और स्व-रोगजार के आय के अनुसार ही लोन रकम बैंक निर्धारित करता है।
आवेदक अपनी सैलरी के 60 गुना अधिक होम लोन के रूप में बैंको और एनबीएफसी के द्वारा कर्ज ले सकता है। अगर आवेदक की सैलरी 40,000 रूपये प्रतिमाह है तो आवेदक होम 24,00,000 रूपये तक प्राप्त कर सकता है। जितना अधिक आवेदक की सैलरी होगी उतना अधिक वह बैंक से ऋण ले सकता है।
इसी तरह स्व-रोजगार भी अपने आय के अनुसार से बैंक और एनबीएफसी संस्थानों से ऋण के काबिल होंगे। और ऋण ले पाएंगे। यानि होम लोन लेने के लिए आवेदक की आय काफी महत्वपूर्ण होती है। जितना अधिक आय होगा उतना ऋण ग्रामीण वाशी भी ले सकते है और महानगरी भी ऋण ले सकते है।
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होम लोन लेने के क्या करे?
- ग्रामीण आवेदक को लोन के लिए सबसे पहले सम्बंधित दस्तावेज इकठ्ठा करना है।
- संस्था चुनना है जिस भी संस्था से लोन लेना चाहते है। उसे चुने।
- संस्था में लोन सम्बंधित जानकारी प्राप्त करे। जिसमे ब्याज दर, रीपेमेंट, दस्तावेज, संस्था के नियम, और लोन सम्बंधित ज़रूरी जानकारी संस्था से पता करले।
- जब लोन सम्बंधित प्रश्नो के उत्तर मिल जाये सारे डाउट क्लियर हो जाये।
- जब दोनों पक्षों में सहमति हो जाये फिर आवेदक को संस्था से लोन के लिए फॉर्म मिल जायेगा। उसे भरे।
- फॉर्म भरके और मागे सभी दस्तावेज फॉर्म के साथ संलग्न करके बैंक में जमा करदे।
- कुछ बिज़नेस डेज का इंतिजार करना होगा। आपका लोन एप्रूव्ड हो जायेगा।
- लोन एप्रूव्ड होने के बाद आवेदक के खाते में ऋण राशि क्रेडिट कर दी जाएगी।
- फिर आवेदक उस ऋण राशि को अपने घर को बनाने खरीदने में इस्तेमाल कर सकता है।
- फिर ऋण राशि को किस्तों में संस्था को वापस करना होगा।
ग्रामीण होम लोन के लिए दस्तावेज
पहचान प्रूफ | आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, |
पता प्रूफ | बिजली गैस टेलीफोन पानी का बिल, निवास प्रमाण पत्र, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट, बैंक पासबुक, अन्य सरकारी दस्तावेज जिसमे पता लिखा हो, |
फोटो | पासपोर्ट साइज फोटोज |
प्रॉपर्टी दस्तावेज | सोसाइटी एनओसी, पजेसन लेटर की कॉपी, प्रॉपर्टी के पेपर। |
इनकम प्रूफ | आईटीआई की कॉपी, सैलरी स्लिप, क्वालिफिकेशन सर्टिफिकेट, पी एल अकाउंट का विवरण |
ग्रामीण होम लोन योजना
कई बैंको के द्वारा ग्रामीण के लिए खास करके कई योजनाए शुरू की जाती है। जिसके जरिये से ग्रामीण आसानी से लोन प्राप्त कर सकते है। जिसमे होम लोन के अलावा दूसरे प्रकार के भी लोन हो सकते है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण को सरकार की ओर से भी होम लोन लेने में मदद मिलता है।
ग्रामीण घर बनवाने के लिए पीएम होम लोन योजना से भी लोन ले सकते है। इस योजना से आवेदक ऋण लेकर अपना घर बना सकते है। और किस्तो में ऋण राशि को संस्था को वापस कर सकते है। इस योजना में गवर्नमेंट की ओर उधारकर्ता को सब्सिडी मिलता है।
गांव में मकान बनाने के लिए लोन कैसे मिलेगा?
गांव में मकान खरीदने घर बनवाने या प्लाट खरीदने आदि के लिए बड़ी आसानी से बैंको और एनबीएफसी संस्थानों से ऋण मिल जायेगा। घर बनवाने के लिए होम लोन ले सकते है। अगर गाँव में होम लोन नहीं मिल पा रहा है। तो आप पर्सनल लोन लेकर भी अपना घर बनवा सकते है।
पर्सनल लोन लेकर भी आसानी से घर बनवाया जा सकता है। इसके लिए भी आपको बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनेंस संस्थानों का सहारा लेना होगा। पर्सनल लोन और लोन के मुकाबले कम समय और कम कागजी कार्य पूरा किये मिल जाता है। पर्सनल लोन लेकर भी काम किया जा सकता है। लेकिन पर्सनल लोन भी किस्तों में संस्था को वापस करना होगा।
समाप्त
इस लेख के जरिये से मैंने आपको बताया की ग्रामीण होम लोन कैसे मिलता है और घर बनाने के लिए लोन कैसे लेते है इसकी स्टेप वाई स्टेप जानकारी देने का प्रयास किया है। जिसमे ग्रामीण होम से जुड़े दूसरे प्रश्नो के भी उत्तर दिए गए है। यदि इस लेख से जुड़ा आपका किसी भी प्रकार का कोई प्रश्न है। जिसका आप उत्तर जानना चाहते है। उसे कमेंट करके पूछ सकते है।
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