नया बिजनेस शुरू करने के लिए लोन – बिज़नेस लोन कहा से ले?
सिक्योर्ड लोन में आवेदक को गिरवी / गारण्टी रखना होता है। वही अन-सिक्योर्ड लोन में आवेदक को गिरवी या गारंटी रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसमें से आप कोई भी लोन ले सकते है।
सिक्योर्ड लोन में आवेदक को गिरवी / गारण्टी रखना होता है। वही अन-सिक्योर्ड लोन में आवेदक को गिरवी या गारंटी रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इसमें से आप कोई भी लोन ले सकते है।
अक्सर लोगो को ईएमआई पर फ़ोन लेने में काफी कठिनाई आती है। कई लोगो को किस्तों पर मोबाइल मिली ही नहीं पाता है। जिसका सबसे बड़ा कारण क्रेडिट कार्ड का न होना होता है।
अक्सर लोगो को ईएमआई पर मोबाइल लेने में कठिनाई आती है। लोग क़िस्त पर मोबाइल नहीं ले पाते है। जिसका कारण क्रेडिट कार्ड का न होना होता है। अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड है।
सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच का एक नंबर होता है। जो हर एक व्यक्ति का अलग अलग होता है। किसी का कम होता है। किसी ज्यादा होता है। सिबिल स्कोर के आधार पर बैंक या एनबीएफसी यह फैला लेता है।
क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर आवेदक को लोन और क्रेडिट कार्ड मिलने में आसानी होती है। कम में समय में अप्रूवल मिल जाता है। क्रेडिट स्कोर सभी खाताधारक और उधारकर्ता के अपने अलग अलग होते है।
बैंक आवेदक को लोन देने से पहले उसके सिबिल स्कोर पर एक बार ज़रूर गौर करता है। बैंक या एनबीएफसी से ऋण लेने के लिए न्यूनतम सिबिल स्कोर 750 होना आवश्यक है। यदि आवेदक का 750 सिबिल स्कोर है।
बैंक से ऋण लेने के बाद कई बार घोटाले का मामला सामने आया है। उस समय एनपीए का नाम अक्सर काफी चर्चित होता है। जिसके बारे में लोगो जानने के लिए गूगल करते है।
सरकार अधिकतर उन कर्जदारो के ऋण को माफ़ करती है। जो अपने कर्ज को भर नहीं सकते या भरने में कठिनाई आती है। उन उधारकर्ताओं के ऋण को सरकारी योजनाओ के तहत माफ़ किया जाता है।
वर्तमान में ऋण खाते का विवरण निकालना काफी सिम्पल हो गया है। किसी बैंक अकाउंट का स्टेटमेंट उधारकर्ता या खाताधारक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से जाँच सकता है।
क्रेडिट कार्ड होने पर लोगो को भुगतान करने में आसानी होती है। कही भी कभी भी क्रेडिट कार्ड से भुगतान किया जा सकता है। खर्च किये गए रकम को क्रेडिट कार्ड के बिल के रूप में किस्तों में भर सकते है।