आज हम बात करेंगे की प्रदूषण पर निबंध हिंदी में 1000 शब्दों में कैसे लिखें। इसके बारे हम चर्चा करने वाले है। बहुत से लोगो यह जानकारी नहीं होती है। की निबंद कैसे लिखें। और निबंद क्या है। तो इसके बारे हम इस लेख के माध्यम से बताने वाले है। कई बार स्कूल में बच्चों से निबंद लिखने को बोला जाता है। तो बहुत से बच्चे से निबंद नहीं लिख पाते है।
अक्सर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के एग्जाम में जरुर पूछा जाता है। तब वहा बच्चो को नहीं पता होता है। और वह एग्जाम में निबंद नहीं लिख पाते है। तो आपको पहले से पता होगा तभी आप निबंद लिख पायेंगे। तो इस लेख में निचे दिए गये निबंद को देखकर और पढ़कर समझ लीजिये। तभी आप अगर एग्जाम देने जाते है। और एग्जाम में निबंद आ गया तो आप निबंद लिख सकें। और निबंद लिखने पर एग्जाम में अच्छे नंबर भी मिलते है।
निबंद को इंग्लिश में (Essay) कहते है। निबंद गद्य लेखन की एक विधा है। लेकिन इस शब्द का प्रयोग किसी सब्जेक्ट की तार्किक और बौद्धिक विवेचना करने वाले लेखों के लिए भी किया जाता है। निबंद के पर्याय रूप में सन्दर्भ रचना और प्रस्ताव का भी उल्लेख किया जाता है। लेकिन साहित्तिक आलोचना में सर्वाधिक प्रचलित शब्द निबंद ही है।
प्रदूषण पर निबंद in hindi
Pollution essay in hindi:- अब बात करने वाले है। प्रदूषण पर निबंद कैसे लिखें। प्रदूषण आज के समय में एक गंभीर समस्या बन चुका है। लोग प्रदूषण से परेशान रहते है। लेकिन प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदूषण का सीधा संबंद प्रकृति से मानते है। लेकिन यह किसी भी सिर्फ एक चीज को हानि (नुकसान) से जुड़ा हुआ नहीं है। बल्कि बहुत सी प्राकृतिक संसाधनों को ख़राब करने या व्यर्थ करने से है। जो हमें प्रकृति बड़े ही ब्यूटी के साथ ही सौपे है। आज के दिनों में प्रदूषण बहुत तेजी से फैल रहा है। और सबने देखा की प्रदूषण कम होने का नाम नहीं लेता है। प्रदूषण एक ही बार कम हुआ था। और वह भी लॉकडाउन में समझ लो की लगभग ख़तम ही हो गया था। अगर आज के समय में भी प्रदूषण को कम किया जाये तो गाड़ीयो को रोड पे कम किया जाना चाहिए। और कंपनी में से निकले वाले प्रदूषण अगर कम हो जाये तो प्रदूषण से कुछ राहत मिल जाएगी। और समय समय पर हो रही है। प्राकृतिक घटनाओं,आपदाओं,महामारियों आदि के लिए ज़िम्मेदार केवल और केवल मनुष्य ही है। जब भी प्रकृति या प्राकृतिक संसाधनों की बात करते है। तो उनमे उन सभी चीज़ शामिल है। जो मनुष्य को ईश्वर या प्रकृति के वरदान के रूप में मिली है।
जैसे की बहुत सी चीज़ है। हम सबको फ्री में मिली है। और हम सब लोग उसे इस्तेमाल करते है। जैसे की पानी,वायु,पेड़-पौधे,पशु पक्षी और पहाड़ नदियाँ आदि चीज़ शामिल है। ऐसी बहुत सी चीज है। जिसे हम लोग इस्तेमाल करते है। और सभी लोग इन सभी प्रकृतिक चीजों को डेली यूज़ करते है। और इन सभी चीजों के बिना रहना बड़ा मुश्किल है। और इसके बिना आदमी नहीं बल्कि पशु पक्षी इन सभी चीजों के बिना नहीं रह सकते है।
पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध in hindi
आज के समय में लोग पर्यावरण प्रदूषण से हमेशा परेशान रहते है। और पर्यावरण प्रदूषण आज के मानव जीवन के लिए एक बड़ा संकट बन गया है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने का यही नतीजा है। और आज के समय में पूरी धरती जल प्रदूषण,वायु प्रदूषण और भूमि प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण आदि ऐसी बहुत सी चीजे है। जो बुरी तरीके से प्रभावित हो रही है। और इसका सीधा आसार मनुष्य पर पड़ रहा है। और इसका कारण मनुष्य ही है। क्योंकि मनुष्य ही लगातार पेड़ों की कटाई कर रहे है। और बड़े बड़े जंगलो को काट कर पूरा का पूरा साफ कर रहे है। और नदियों तालाबों और महासागरों भी प्रदूषित हो रहा है। उपजाऊ भूमि को भी दूषित कर बंजर कर दिया और वातावरण में जहरीली गैसो को छोड़कर हवा को भी प्रदूषित कर दिया। पृथ्वी की सूर्य की किरणों से रक्षा करने वाली ओजोन की परत धीरे धीरे कम हो रही है। और उसकी वजह धरती पर हो रही है। ग्लोबल वार्मिंग का असर है।
जैसा की ऊपर भी बताया है। की पर्यावरण प्रदूषण का दोषी कोई और नहीं है। बल्कि मनुष्य ही है। अपने जीवन को आराम दायक बनाने के लिए मनुष्य प्रक्रृति को बिल्कुल ही अनदेखा कर देता है। मनुष्य कुछ देखता ही नहीं है। की इस चीज से हम प्रदूषित होंगे। और मनुष्य को ही गंभीर परिणाम देखने को मिलता है। और इन सारी चीजों को देकर सावधान हो जाना चाहिए। और प्रदूषण को कम करना चाहिए। जिससे हम सभी लोग सेफ रह सकें।
अधिक गर्मी पड़ना,अधिक ठंडी पड़ना और समय पर बारिस ना होना,अधिक बरसात का होना प्राकृतिक आपदाओं का आना और पानी शुद्ध ना मिलना,शुद्ध हवा ना मिलना आदि। ऐसे बहुत से उदहारण लिए जा सकते है। वास्तव में यह सब पर्यावरण प्रदूषण का नतीजा है।
प्रदूषण के कारण हमें कई चीजों की समस्या होती है।
पर्यावरण प्रदूषण के कारण हमें कई चीजों का सामना करना पड़ता है। और प्रदूषण से मनुष्य बीमार भी हो जाते है। इस लेख में कुछ कारण बताने जा रहे है। और कारण तो बहुत से है। लेकिन इस लेख में कुछ ही कारण बताने वाले है। जैसे की निचे आप पड़ सकते है।
- श्वास लेने के लिए हमें सही हवा नहीं मिल पाती है। जिससे और इम्पैक्ट पड़ता है।
- पर्यावरण प्रदूषण के गंभीर परिणाम सिर्फ मानव जीवन पर ही नहीं बल्कि धरती पर रहने वाले सभी जीव जन्तु के लिए ये संकट बन चुका है।
- पानी पिने को साफ नहीं मिल रहा है। यह भी एक तरह का जल संकट है।
- बारिस ना होना,अधिक गर्मी पड़ना,अधिक ठंड पड़ना और हमेशा मौसम में बदलाव प्राकृतिक आपदाएं आदि पर्यावरण प्रदूषण के गंभीर परिणाम है।
समाप्त
अब यह उम्मीद करते है। की आपको दी गई जानकारी समझ में आया होगा। इस लेख में प्रदूषण और पर्यावरण प्रदूषण पर विस्तार से चर्चा किया गया है। बहुत से लोगो यह नहीं पता होता है। की प्रदूषण पर निबंद कैसे लिखें। तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आप के लिए है। और इस आर्टिकल को पढ़कर जानकारी प्राप्त कर सकते है।
अगर आपके मन में इस लेख से जुड़ा किसी भी प्रकार का प्रश्न है। तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है। आपके प्रश्न का उत्तर आपको जरूर मिलेगा। अगर आपको इस आर्टिकल से हेल्प मिला हो तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे। ताकि और लोगो को भी निबंद लिखने में हेल्प मिल सकें। और निबंद आसानी से लिख पाये।
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