लोन सेटलमेंट कैसे करे [ 70% तक लोन माफ़ होगा ]
वन टाइम सेटेलमेंट से साफ जाहिर होता है। कि एक ही बार संस्था से समझौता करके ऋण राशि जमा करके लोन खाता को बंद किया जा सकता है।
वन टाइम सेटेलमेंट से साफ जाहिर होता है। कि एक ही बार संस्था से समझौता करके ऋण राशि जमा करके लोन खाता को बंद किया जा सकता है।
अगर उधारकर्ता 60 दिनों की नोटिस के दौरान भी ईएमआई देने में विफल रहता है। तो उधारकर्ता की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बैंक से दो तरह से लोन लिया जाता है। सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन लेकिन अधिकांश लोगो को बैंक सिक्योर्ड लोन देता है।
बैंक और एनबीएफसी संस्थानों के द्वारा आवेदक के इनकम के अनुसार ऋण राशि तय की जाती है। जितना अधिक आवेदक की सैलरी होगी।
ग्रामीण होम लोन बैंको और NBFCs के द्वारा लिया जा सकता है। चाहे वो व्यक्ति महानगर में रहता हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र में रहता हो।
जिस तरह नयी गाड़िओ को बैंको और फाइनेंस संस्थानों के द्वारा फाइनेंस कर दिया जाता है। उसी तरह पुरानी गाड़ियों को भी फाइनेंस कर दिया जाता है।
स्टूडेंट के द्वारा उच्च शिक्षा के लिए लोन लिया जा सकता है। वही कई आवेदक के द्वारा बिज़नेस शुरू करने के लिए ऋण लिया जाता है।
एजुकेशन लोन स्टूडेंट को उनके पढाई में आने वाले खर्च पर निर्भर करता है। उसी के मुताबिक स्टूडेंट के एजुकेशन की राशि को निर्धारित की जाती है।
बारहवीं पास करने के बाद स्टूडेंट को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए अधिक पैसो आवश्यकता होती है जिसके कई खर्चे होते है,जैसे-
आईटीआई मार्कशीट पर एजुकेशन लोन ले सकते है। अगर बिज़नेस शुरू करने या बढ़ाने के लिए स्टूडेंट लोन लेना चाहते है।