माता पिता के लिए दो शब्द | Words for parents in hindi.

आज हम अपने माता पिता के लिए दो शब्द लिखने वाले है। माता पिता पर निबंद हमेशा पूछे जाने वाला है प्रश्न  है। यह प्रश्न एग्जाम में जरूर पूछा  जाता है। तब बहुत से बच्चे जानते हुए भी नहीं लिखे पाते है क्योंकि उनके पास आईडिया नहीं होता है। की कैसे माता पिता पर निबंद लिखे। अगर आपको भी माता पिता पर निबंद लिखने की जानकारी नहीं है। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। 

माता पिता पर कितना भी लिखा जाये कही ना कही कम ही है। माता पिता की वजह से इस दुनिया में आये है। माता पिता ने ही हम सबको जन्म दिया है। माता पिता के ईश्वर के दिए हुए अनमोल रतन है। माता पिता हमारी  ताकत और हमारी पहचान है। हम सभी लोग अपने अपने माता पिता के नामों से जाने जाते है। 

माता पिता बच्चों के बहुत खास होते है। क्योंकि बिना माता पिता के बच्चों का भविष्य बेकार है। सभी माता पिता अपने बच्चों को आगे बढ़ना देखना चाहते है। और माता पिता अपने बच्चों के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करके अपने बच्चों को पढ़ाते है। और उनकी दिली तमन्ना होती है की हमारा बेटा पढ़ लिखकर कुछ अच्छा करें।

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माता पिता पर निबंध हिंदी में।

सभी माता पिता अपने बच्चों को पहले शिक्षा प्राप्त करवाते है। और उन्हें बुनियदी मूल्य सिखाते है और सभी माता पिता यह चाहते है की हमारा बेटा एक मजबूत व्यक्ति बने। सभी माता पिता की यह सोच होती है की हमारा बेटा कुछ करें। सभी माता पिता ईश्वर के दिए हुए अनमोल उपहार है जब तक माता पिता रहते है तब तक कोई परेशानी नहीं आने देते है। माता पिता हमारी खुशियों के लिए अपनी खुशियों को त्याग देते है। और हम पर कोई परेशानी नहीं आने देते है। माता पिता के लिए कितना भी लिखा जाये कही ना कही कम ही है। बच्चे चाहे कितने बड़े हो जाये लेकिन माता पिता के सामने हमेशा छोड़े ही रहते है। और माता पिता का रिस्ता हमेशा सच्चा होता है। माता पिता हमेशा अपने बच्चो की जरुरत की चीजे दिलाते है। और सभी माता पिता का सपना होता है की अपने बच्चे को सफल और मजबूत बनाना। माता पिता हमेशा अपने बच्चों को सफल होना देखना चाहते है। माता पिता हमारे लिए दिन रात मेहनत करते है। और उनकी सोच होती है की हमारे बच्चे पर कोई मुसीबत न आने को पाये। माता पिता और बच्चे के बीच एक पवित्र रिस्ता होता है। सिर्फ माता पिता ही होते है जो हमें जीवन देते है और अच्छे संस्कार सिखाते है। माता पिता हमारे जन्म से लेकर मृत्य तक हमारे साथ होते है। माता पिता यही चाहते है की हमारा बेटा अच्छे लोगो के साथ रहे और कुछ अच्छा करें। माता पिता का हम सब पर कर्ज है। और उस कर्ज को पूरे जीवन में कभी नहीं चूका सकते है। चाहे कितने बड़े क्यों ना हो जाये। माता पिता का कर्ज कभी नहीं मिटा सकते है। 

माता पिता का सम्मान। 

अब बात आती है माता-पिता के सम्मान पर माता-पिता का सम्मान तो करना ही करना चाहिए। क्योंकि माता-पिता ने हमें जन्म दिया और हमें पाल पोस के बड़ा किया। और हमारा फर्ज बनता है कि हम माता-पिता का सम्मान जरूर करें। सम्मान करने से बच्चों को ही फायदा मिलता। क्योंकि ईश्वर ने भी कहा है की माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। माता-पिता यह चाहते है कि हमारे बच्चे पर कोई परेशानी दिक्कत ना आए। माता-पिता पहले अपने बच्चों की खुशी की चीज पूरा करवाते हैं। और माता-पिता का यह कहना होता है कि हमारे बच्चे पर कोई परेशानी दिक्कत ना आए भले ही अपनी खुशी की चीजों को बाद में खरीदने हैं। लेकिन पहले अपने बच्चों को जरुरत का सामान पूरा करते हैं। इसलिए हमारा फर्ज तो बनता ही बनता है माता-पिता का सम्मान करना। लेकिन इस आधुनिक युग में माता-पिता के महत्व को लोग भूलते जा रहे हैं। और अपने माता-पिता से सही तरीके से बात नहीं करते हैं। और बच्चे बड़े होते ही माता-पिता का प्यार भूलते जा रहे हैं। लेकिन बच्चों को ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। क्योंकि माता-पिता हम लोग के जन्म से लेकर मृत्यु तक हमेशा साथ में रहते हैं और माता पिता की दिली तमन्ना होती है कि हमारा बच्चा कुछ करेगा। माता पिता का निरादर ईश्वर के निरादर के समान है। हम सभी को अपने माता-पिता का कहना मानना चाहिए और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। 

माता पिता पर सुविचार

माता पिता हमारे इस जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। माता पिता अपनी खुशियों को त्याग के अपने बच्चों की खुशियों को पूरा करते है। माता पिता हमारे गुरु होते है। क्योंकि माता पिता ने हमें जन्म दिया और अच्छे संस्कार दिए है। हम सब लोग चाहे कितने बड़े क्यों ना हो जाये। माता पिता का हम सब पर कर्ज है उस कर्ज को कभी नहीं चूका सकते है चाहे जितना सेवा क्यों न करली जाये उस कर्ज को कभी नहीं चूका सकते है। माता पिता कड़ी से कड़ी मेहनत करके अपने बच्चों को पढ़ता है की हमारा बच्चा अपने जीवन में कुछ करें। और हमारा नाम रोशन करें। इस दुनिया में कोई ऐसे माता पिता नहीं जो अपने बच्चो को अच्छे संस्कार ना दिए हो। सारे माता पिता की यही सोच होती है की हमारा बेटा पढ़ लिखकर अच्छा व्यक्ति बने और अपने जीवन में कुछ अच्छा करें।  

अंतिम शब्द 

अब हम या उम्मीद करते हैं कि इस लेख में दी गई जानकारी आपको समझ में आया होगा। इस लेख में माता-पिता पर निबंध लिखने को बताया गया। और माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। इस पर भी चर्चा किया गया है। अगर आप किसी और टॉपिक पर निबंध लिखना चाहते हैं और आपको उसे टॉपिक के बारे में जानकारी नहीं है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। हम आपके बताये गए उसे टॉपिक पर निबंध अवश्य लिखेंगे। 

अगर आपको इस लेख से हेल्प मिला हो तो आप और लोगों में शेयर जरूर करें। ताकि और लोगों को भी हेल्प मिल सके और आसानी से माता-पिता पर निबंध लिख सके। कई बार यह प्रश्न एग्जाम  में भी पूछा जाता है। तब वहा बच्चों को जानकारी नहीं होती है और बच्चे निबंध नहीं लिख पाते। अगर आपको भी जानकारी इसके बारे में नहीं है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े और समझकर आप आसानी से माता-पिता पर निबंध लिख सकते हैं। 

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